गरीब की लुगाई आज गांव की भोजाई बन गई है। यह कहकर फूट-फूटकर रो रही.. गरीब की लुगाई आज गांव की भोजाई बन गई है। यह कहकर फूट-फूटकर रो रही..
"बेटा यह पुरानी शर्ट मुँह नही चिढ़ाती बल्कि मुझे उन दिनों की याद दिलाती है जब मेरे पास प "बेटा यह पुरानी शर्ट मुँह नही चिढ़ाती बल्कि मुझे उन दिनों की याद दिलाती है जब मेर...
अच्छे लम्हे को सब अपनी याद की पोटली में संभालखर रखते हैं। अच्छे लम्हे को सब अपनी याद की पोटली में संभालखर रखते हैं।
इतने बुरे तो नहीं हो जितना सफाई दे रहे हो इतने बुरे तो नहीं हो जितना सफाई दे रहे हो
खुशी तभी असली है जब उसे साजा किया जाए। खुशी तभी असली है जब उसे साजा किया जाए।
अनीष बोला- अच्छा पापा चलता हूँ।और वो चला गया। नीलेश अपनी बेटी के साथ खेलने लगा। अनीष बोला- अच्छा पापा चलता हूँ।और वो चला गया। नीलेश अपनी बेटी के साथ खेलने लग...